कहा हे तू ?

ये  खुदा कहा  हे तु  तेरा इंतज़ार  हर रोज़ करता हु, 
सायद इसी  भाहने  तुझे  याद  करता  हु !
मैरी ख्वाइश  हे  के मिले  तू मुझसे एक दिन  यही दुआ  हर  रोज़ करता  हु !
में  तुझे पाने का सपना हर रोज़ देखता  हु ये खुदा  तेरा इंतज़ार  में हर रोज़ करता हु !

वक़्त के हाथ  में सब कुछ  यही बार सोचता ये  खुदा Tu मिल  जाये एक  दिन यह खवाइश हर रोज़ करता हु !

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